• ख़ाक  मुज में कमाल  रखा  है .
    ये खुदा तुने सम्हाल रखा है.
    मेरे  एबो  पे  दाल  के  पर्दा ,
    मुजे  अच्छों  में  दाल  रखा  है .
    ...

    अपने  दामन   से  कर  के  वाबस्ता ,
    मेरी  मुसीबतों  को  टाल   रखा  है .

    मैं  तो  कब  की  मिट  चुकी  होती ,
    ऐ  खुदा  तेरी  रहमतों  ने  मुजको  पाल  रखा  है 
  • एकता नाहर